उत्तर भारत के कई राज्यों में मॉनसून ने एक बार फिर से विकराल रूप ले लिया है। मौसम विभाग (IMD) ने अगले 3 दिनों तक लगातार भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, खासकर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे क्षेत्रों में। इस बारिश के चलते स्कूलों और कॉलेजों को एहतियातन बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है, जिससे छात्रों और अभिभावकों को सुरक्षा मिल सके।
किन-किन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट?
भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department – IMD) के अनुसार, 3 से 6 अगस्त 2025 के बीच उत्तर भारत के इन राज्यों में Orange और Red Alert जारी किया गया है:
- उत्तराखंड – पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड और नदियों के उफान की आशंका।
- हिमाचल प्रदेश – भारी बारिश और बादल फटने जैसी घटनाएं संभावित।
- दिल्ली-NCR – लोकल ट्रैफिक, मेट्रो और फ्लाइट्स पर असर पड़ सकता है।
- पंजाब और हरियाणा – खेतों में पानी भरने और ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित होने की संभावना।
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश – स्कूलों और दफ्तरों में छुट्टी घोषित की गई है।
इन राज्यों के जिला प्रशासन ने आपातकालीन नियंत्रण कक्ष सक्रिय कर दिए हैं और SDRF व NDRF को स्टैंडबाय पर रखा गया है।
स्कूल बंद करने का फैसला क्यों लिया गया?
IMD की चेतावनी के बाद कई राज्यों ने एहतियात के तौर पर स्कूल-कॉलेज बंद रखने का निर्णय लिया है।
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, देहरादून, शिमला और नैनीताल जैसे प्रमुख शहरों में 5 से 7 अगस्त तक सभी स्कूल बंद रहेंगे।
प्रशासन का मानना है कि छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए ये कदम उठाना जरूरी था, क्योंकि भारी बारिश से स्कूल जाने वाले रास्ते जलभराव और लैंडस्लाइड जैसी समस्याओं से प्रभावित हो सकते हैं।
आम जनजीवन पर असर
तेज बारिश की वजह से:
- कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है।
- सड़कें जाम हैं और ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई है।
- रेलवे और हवाई सेवाओं में भी देर या रद्दीकरण की खबरें आ रही हैं।
- दिल्ली में यमुना नदी एक बार फिर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है।
इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में फसलें डूबने और घरों में पानी घुसने की खबरें भी सामने आ रही हैं। NDRF की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और प्रशासन जलभराव वाले क्षेत्रों में राहत सामग्री भेजने में जुटा है।
सरकार की तैयारी और चेतावनी
सरकार ने सभी ज़िला कलेक्टरों और शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे स्कूल बंद करने के अलावा ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प दें ताकि पढ़ाई बाधित न हो। साथ ही, लोगों को भी सलाह दी गई है कि वे:
- जरूरी कामों को टालें,
- अपने घरों में ही रहें,
- और प्रशासन द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करें।
राज्य सरकारों ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं जहां लोग किसी भी आपात स्थिति में संपर्क कर सकते हैं।
क्या अगले दिनों में सुधार की उम्मीद है?
IMD के अनुसार, 7 अगस्त के बाद बारिश की तीव्रता थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन तब तक सतर्क रहने की जरूरत है। उत्तराखंड और हिमाचल जैसे पहाड़ी इलाकों में भू-स्खलन की संभावनाएं बनी रहेंगी, जबकि मैदानी क्षेत्रों में जलभराव और डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
निष्कर्ष
North India में फिलहाल मौसम का मिजाज बेहद खराब है और बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। अगर आप इन राज्यों में रहते हैं तो प्रशासन की बात मानें, स्कूलों के बंद होने की स्थिति में बच्चों को घर पर सुरक्षित रखें और मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें। ये कुछ दिन कठिन हो सकते हैं, लेकिन सावधानी से हम इस स्थिति को सुरक्षित ढंग से पार कर सकते हैं।